नई दिल्ली। पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी नहीं रहे. उन्होंने एम्स में 5 बजकर 5 मिनट पर अंतिम सांस ली आप को बता दे की पूर्व प्रधानमंत्री ने अटल बिहारी वाजपेयी ने पत्रकार करण थापर को दिए एक इंटरव्यू के दौरान बताया था कि साल 1987 के दौरान वो किडनी की बीमारी से जूझ रहे थे और उनके पास अमेरिका जाकर इलाज कराने लायक पैसे नहीं थे। तत्कालीन पीएम राजीव गांधी ने तब उनकी मदद की थी और उन्होंने इसके लिए उसका सार्वजनिक रूप से आभार भी जताया था।
अटल बिहारी वाजपेयी का जन्म 25 दिसंबर, 1924 को
मध्यप्रदेश के
ग्वालियर के शिंदे का बाड़ा मोहल्ले में हुआ था। उनके पिता पंडित कृष्णबिहारी वाजपेयी टीचर थे और मां
कृष्णा देवी घरेलू महिला थीं। अटल के परिवार में उनके माता-पिता के अलावा तीन बड़े भाई अवधबिहारी, सदाबिहारी और प्रेमबिहारी वाजपेयी और तीन बहनें थीं।
उनकी
प्रारंभिक शिक्षा सरस्वती शिक्षा मंदिर, बाड़ा में हुई। इसके अलावा अटल के ग्वालियर में कई रिश्तेदार हैं। इनमें भतीजी कांति मिश्रा और भांजी करुणा शुक्ला हैं। वहीं, ग्वालियर में अटलजी के भतीजे दीपक वाजपेयी और भांजे सांसद अनूप मिश्रा परिवार सहित दिल्ली पहुंचे हैं।
आप को बता दे की साल 2004 के
लोकसभा चुनाव में अटल बिहारी वाजपेयी की तरफ से जमा किए गए
शपथ पत्रके अनुसार अटल के नाम कुल
चल संपत्ति 30,99,232.41 रुपये थी। वहीं पूर्व प्रधानमंत्री होने के नाते 20,000 रुपये की मासिक
पेंशन और सचिवीय सहायता के साथ 6000 रुपये का कार्यालय खर्च भी मिलता था।
यदि अटल जी की अचल संपत्ति की बात करें तो 2004 के शपथ पत्र के अनुसार उनके नाम पर दिल्ली के
ईस्ट ऑफ कैलाश में फ्लैट नं0 509 है। जिसकी 2004 के समय कीमत 22 लाख रुपये थी। वहीं अटल जी के पैतृक निवास शिंदे की
छावनी कमल सिंह का बाग की 2004 के समय कीमत 6 लाख रुपये थी। इस तरह 2004 के शपथ पत्र के लिहाज से अटल जी की कुल अचल संपत्ति 28,00,000 रुपये थी।
वर्तमान में कितनी संपत्ति थी ?
हालांकि इस बारे में कोई प्रमाणिक जानकारी फिलहाल मौजूद नहीं है लेकिन www.celebritynetworth.com की एक वेबसाइट के दावे को माना जाए तो निधन के वक्त उनके पास कुल 14.05 करोड़ की चल-अचल संपत्ति मौजूद थी।
नई दिल्ली। पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी नहीं रहे. उन्होंने एम्स में 5 बजकर 5 मिनट पर अंतिम सांस ली आप को बता दे की पूर्व प्रधानमंत्री ने अटल बिहारी वाजपेयी ने पत्रकार करण थापर को दिए एक इंटरव्यू के दौरान बताया था कि साल 1987 के दौरान वो किडनी की बीमारी से जूझ रहे थे और उनके पास अमेरिका जाकर इलाज कराने लायक पैसे नहीं थे। तत्कालीन पीएम राजीव गांधी ने तब उनकी मदद की थी और उन्होंने इसके…