Showing posts with label Poem. Show all posts
Showing posts with label Poem. Show all posts

Wednesday, September 12, 2018

हिंदी भाषा नहीं बल्कि भावों की अभिव्यक्ति है| इस पर एक कविता प्रस्तुत है

हिन्दी हमारी राष्ट्रीय भाषा है और ऐसे कई अवसर आते है, जब हमें हिंदी के प्रति अपना सम्मान प्रकट करने के लिए अलग तरह के कविताओं की आवश्यकता होती है। हमारी हिंदी भाषा के उपर आधारित यह कविताएं, हिन्दी के महत्व और वर्तमान परिदृश्य में हिन्दी की स्थिति को वर्णित करती है। हमारे इन कविताओं के माध्यम से आप हिंदी दिवस तथा अन्य हिंदी कार्यक्रमों के अवसर को और भी विशेष बना सकते है।
ऐसे कई अवसर आते है जब आपको हिंदी दिवस या हिंदी पर आधारित कविताओं, निबंधो तथा भाषणों की आवश्यकता होती हैं
हिन्दी हमारी राष्ट्रीय भाषा
हिन्दी-हिन्दु-हिन्दुस्तान,
कहते है, सब सीना तान,
पल भर के लिये जरा सोचे इन्सान
रख पाते है हम इसका कितना ध्यान,
सिर्फ 14 सितम्बर को ही करते है
अपनी राष्टृ भाषा का सम्मान
हर पल हर दिन करते है हम
हिन्दी बोलने वालो का अपमान
14 सितम्बर को ही क्यों
याद आता है बस हिन्दी बचाओं अभियान
क्यों भूल जाते है हम
हिन्दी को अपमानित करते है खुद हिन्दुस्तानी इंसान
क्यों बस 14 सितम्बर को ही हिन्दी में
भाषण देते है हमारे नेता महानक्यों
बाद में समझते है अपना
हिन्दी बोलने में अपमान
क्यों समझते है सब अंग्रेजी बोलने में खुद को महान
भूल गये हम क्यों इसी अंग्रेजी ने
बनाया था हमें वर्षों पहले गुलाम
आज उन्हीं की भाषा को क्यों करते है
हम शत् शत् प्रणाम
अरे ओ खोये हुये भारतीय इंसान

अब तो जगाओ अपना सोया हुआ स्वाभिमान
उठे खडे हो करें मिलकर प्रयास हम
दिलाये अपनी मातृभाषा को हम
अन्तरार्ष्टृीय पहचान
ताकि कहे फिर से हम
हिन्दी-हिन्दु-हिन्दुस्तान,
कहते है, सब सीना तान,

By
Techklsaini
 Follow
हिंदी का सम्मान
हिंदी का सम्मान करो, यह हमारी राज भाषा
मिलाती देशवाशियों के दिलों को यह, पूरी करती अभिलाषा।
देखो प्रेमचंद और भारतेन्दु के यह हिंदी साहित्य